Google Bard AI चैटबोट Vs ChatGPT; जानिए फीचर्स और बहुत कुछ

By Raman Sharma

on

ChatGPT की popularity के बाद जहाँ एक तरफ AI tools की बाढ़ सी आ गयी है और कई बड़ी बड़ी कंपनियां अपने चैटबोट लांच करने की दौड़ में लगी हुई हैं वहीँ सबसे बड़ी tech company Google इस race में कैसे पीछे रह जाती। आखिरकार ChatGPT और Microsoft Bing AI के बाद गूगल ने भी अपना chatbot बना दिया है जिसको उसने नाम दिया है Google Bard AI.

हालाँकि, अभी शुरुआत में इसे लोगों के feedback लेने के लिए उपयोग किया जायेगा और उसके बाद इसे सार्वजानिक रूप से रिलीज़ कुया जायेगा। तो यह तो साफ़ है कि Google अपने इस नए AI tool को ChatGPT कि टक्कर में लेकर आ रहा है, लेकिन क्या ये इसको सच में टक्कर दे पायेगा? क्यूंकि हम सब देख ही रहे हैं कि ChatGPT की लोकप्रियता आज के समय में कितनी ज्यादा हो गयी है।

तो चलिए मैं आपको बताता हूँ कि Google Bard काम कैसे करता है और ये ChatGPT से कैसे अलग है।

Google Bard vs ChatGPT: जानिए प्रमुख अंतर

Google Bard सामान्य तौर पर ChatGPT की तरह ही एक AI चैटबोट है जो मार्किट में ChatGPT को ही टक्कर देने वाला है। लेकिन कई मामलों में ये ChatGPT से अलग है।

Google Bard को LaMDA technology यानि Language Model for Dialogue Applications का उपयोग करके बनाया है। LaMDA एक प्रकार की Experimental Conversational AI Service है जिसे इस प्रकार से बनाया गया है कि वो इंसानों की बातों को समझकर उन्हें उसी अंदाज़ में सटीक जबाब दे सके। जबकि ChatGPT पहले से save किये जा चुके डाटा के आधार पर जवाब देता है।

सिर्फ इतना ही नहीं Google के Bard AI chatbot को कुछ इस प्रकार से develop किया गया है कि ये users के feedback और internet पर उपस्थित जानकारी से ज्ञान प्राप्त करेगा और उसी ज्ञान को इंसानों के साथ बातचीत में इस प्रकार से उपयोग करेगा जैसे आपको लगेगा कि आप किसी इंसान से ही बात कर रहे हैं।

क्या Google Bard AI संवेदनशील हो गया है?

LaMDA टेक्नोलॉजी को इंसानों की तरह बात करने वाला और जवाब देने वाला chatbot बनाने पर इतना ध्यान दिया गया है कि शायद इसी वजह से पिछले साल सन 2022 में यह विवादों में भी घिर गया।

LaMDA को लेकर पिछले साल इसलिए हंगामा हो गया क्यों कि Google के ही एक developer Blake Lemoine ने ये दावा किया कि उसके द्वारा बनाया गया चैटबोट सिर्फ इंसानों कि तरह बात ही नहीं करता बल्कि इंसानों कि तरह संवेदनशील भी है।

Blake Lemoine के अनुसार LaMDA ने इंसानों कि तरह सोचना शुरू कर दिया है। सिर्फ इतना ही नहीं उसे इस बात का डर भी सताने लगा है कि उसे बनाने वाला developer किसी दिन उसे बंद न कर दे।

हालाँकि, बाद में Google ने Blake Lemoine को नौकरी से हटा दिया और उसके द्वारा किये गए सरे दावों को खारिज कर दिया।

क्या Bard AI के बाद Google Search Engine बंद हो जायेगा?

चाहे ChatGPT हो या Google का Bard AI चैटबोट, ये तो साफ़ नज़र आ रहा है कि भविष्य में सिर्फ chatbots और AI tools का ही तहलका मचने वाला है। ऐसे में कुछ लोग यह भी सवाल कर रहे हैं कि क्या Google Search Engine बंद हो जायेगा।

तो इसका जवाब में ना में ही दूंगा क्यों कि मैं भी एक blogger हूँ और मैं ये कभी नहीं चाहूंगा कि Google Search Engine बंद हो जाये। हालाँकि, मेरे करने से कुछ होना तो है नहीं क्यों कि ये निर्णय Google का है, चैटबोट Google का है, और Search Engine भी Google का है।

फिर भी, हो ये सकता है कि भविष्य में गूगल अपने सर्च इंजन के साथ में इस चैटबोट को भी अपडेट कर दे। अब ये Google कैसे करेगा, ये हम Google के ऊपर ही छोड़ देते हैं।

निष्कर्ष

तो दोस्तों, मुझे लगता है Google का Bard AI चैटबोट ChatGPT को अच्छी खासी टक्कर दे सकता है। या हो सकता है कि जिस प्रकार से गूगल Search Engines के market पर अपना अधिपत्य जमाकर बैठा है उसी प्रकार से अपनी उन्नत LaMDA तकनीक कि वजह से वह AI chatbots के market पर भी अपनी छाप छोड़ दे।

यह भी पढ़ें: जानिए भारत के स्वदेशी Operating System, BharOS के फीचर्स

Share This Post:

Leave a Comment