भारत ने बनाया स्वदेशी Operating System, BharOS: जानिए फीचर्स

By Raman Sharma

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दोस्तों जब भी हम mobile operating system की बात करते हैं तो जो सबसे पहला नाम हमारे दिमाग में आता है वो Android है। क्यूंकि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में ज्यादातर स्मार्टफोन कंपनियां अपने smartphones में Android ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करती हैं।

जैसा कि आप जानते हो कि Android को अधिकांश रूप से Google ने ही बनाया है लेकिन यह एक open source ऑपरेटिंग सिस्टम है तो कुछ अन्य developers ने भी इसमें सहयोग किया है।

मैं आपको यह सब इसलिए बता रहा हूँ क्यों कि इस post में आज मैं एक मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में ही बात करने जा रहा हूँ जो India के अंदर Android का एक अच्छा competitor साबित हो सकता है।

दरअसल, IIT Madras ने अपना एक operating system बनाया है जिसका नाम रखा है BharOS या भरोस। तो आखिर क्या खास है इस operating system में और क्यों यह चर्चा का विषय बना हुआ है, इस article में इन्हीं सब चीजों के बारे में बात करूंगा।

भारत के Operating System BharOS के Features

तो सबसे पहले बात करते हैं specialties की कि इसमें ऐसे कौन से खास फीचर्स हैं जिसकी वजह से यह भारत में Android का एक अच्छा competitor साबित हो सकता है।

1. Open Source

इस ऑपरेटिंग सिस्टम कि सबसे पहली खास बात है कि यह भी एंड्राइड कि तरह ही एक open source ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसमे अन्य developers भी अपना सहयोग कर सकेंगे।

2. बेहतर प्राइवेसी

कहा जा रहा है कि इस स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम से users को बेहतर प्राइवेसी और सिक्योरिटी मिलेगी। इसका स्वदेशी होना इस बात कि संतुष्टि देता है कि आपका personal data विदेशी कंपनियों तक नहीं पहुंचेगा।

3. User Interface

यूजर इंटरफ़ेस के मामले में यह Android और iOS दोनों को सीढ़ी टक्कर दे सकता है क्यूंकि इसका इंटरफ़ेस भी दोनों कि तरह ही यूजर फ्रेंडली है।

4. NDA

एक जो सबसे खास बात है इस ऑपरेटिंग सिस्टम की वो ये है कि ये NDA के साथ में आता है। अब NDA मतलब National Democratic Alliance नहीं, बल्कि No Default Apps है। इसका मतलब अगर आप भविष्य में कभी BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम वाला smartphone खरीदते हैं तो उसके साथ में आपको कोई भी अनचाहा default application installed नहीं मिलेगा।

तो Android की तरह इसमें ढेरों pre-installed apps ना होने की वजह से आपका स्टोरेज स्पेस भी बचेगा। इसका मतलब आपका पूरा नियंत्रण होगा कि आप किन apps को अपने फ़ोन में रखना चाहते हैं। जो apps आपको पसंद हैं आप सिर्फ उन्हें ही फ़ोन में रख सकते हैं।

भारत का स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम होने से क्या लाभ होगा?

अब बात करते हैं कि भारत का अपना स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम होने से क्या कुछ बदल जायेगा या क्यों इसे इतना महत्त्वपूर्ण समझा जा रहा है। तो सीधी सी बात है, भारत का अपना स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम होगा तो Indian smartphone makers की Android से निर्भरता कम हो जाएगी। और विदेशी कंपनियों से निर्भरता कम करके ही हम भारत को आत्मनिर्भर भारत बना सकते हैं।

तो इस प्रकार के प्रयास आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों को एक कदम और आगे लेकर जाते हैं। फ़िलहाल तो हम सिर्फ आशा कर सकते हैं कि बहुत ही जल्द हमें भारतीय स्मार्टफोन बाजार में भरोस ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ smartphones देखने को मिल सकते हैं।

तो दोस्तों, इस भारतीय ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में आपके क्या विचार हैं comments में जरूर बताइयेगा।

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