Gmail पर भी Blue Tick शुरू हुआ; जानिए कैसे प्राप्त करें

By Raman Sharma

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जब से ट्विटर ने paid blue tick service देने के बहाने यूजर्स से ब्लू टिक वापस लेना शुरू किया है, तब से यह टेक जगत में एक हॉट टॉपिक बना हुआ है। Twitter के इस ब्लू टिक ट्रेंड के बीच अचानक गूगल के Gmail ने वेरिफाइड सेंडर्स को ब्लू टिक देना शुरू कर दिया है। लेकिन ख़ुशी की बात यह है कि Gmail के इस ब्लू टिक के लिए आपको पैसे नहीं देने होंगे।

इस नए फीचर के बारे में Google ने अपने लेटेस्ट ब्लॉग पोस्ट में बताया है। इस ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, यह 2021 में announce किये गए BIMI (Brand Indicators for Message Identification) का ऐड-ऑन फीचर है। आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि BIMI एक सुरक्षा मानक है जो भेजने वाले की प्रोफाइल पर लोगो या अवतार दिखाता है ताकि मेल खोलने से पहले यूजर्स को भेजने वालों के बारे में पता चल सके।

जानिए क्यों Gmail पर Blue Tick महत्वपूर्ण है

अब इस नए फीचर को रोलआउट करने के बाद यूजर्स को बेहतर सिक्यॉरिटी मिलेगी क्योंकि यूजर्स की मेल आईडी पर एक चेकमार्क आइकन होगा। यह चेकमार्क उपयोगकर्ताओं को यह समझने में मदद करेगा कि कौन सेन्डर verified है और कौन नहीं। क्योंकि केवल उन्ही जीमेल उपयोगकर्ताओं को यह चेकमार्क उनके जीमेल आईडी पर मिलेगा जो नीचे दिए गए चरणों का पालन करेंगे। इस नए फीचर के आने से यूजर्स आधिकारिक और spam emails में अंतर करने में सक्षम होंगे।

गूगल ने जीमेल के इस ब्लू टिक फीचर को रोल आउट करना शुरू कर दिया है। यहां तक कि कई जीमेल अकाउंट होल्डर्स ने अपनी प्रोफाइल पर चेकमार्क लगा रखा है। लेकिन उन लोगों का क्या जिनके प्रोफाइल पर अब तक ब्लू टिक नहीं है? अगर आपने भी अब तक अपनी Gmail अकाउंट पर ब्लू टिक नहीं लगाया है तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करके आप जान जायेंगे कि जीमेल प्रोफाइल पर ब्लू टिक कैसे प्राप्त करते हैं।

जीमेल अकाउंट पर Blue Tick कैसे लगाएं?

यह व्यक्तिगत जीमेल खातों, व्यावसायिक जीमेल खातों और G-Suite ग्राहकों के लिए सुलभ है। लेकिन, क्या केवल इन खातों का होना ही जीमेल पर verified होने के लिए पर्याप्त है?

कदापि नहीं।

तो फिर आप जीमेल पर ब्लू टिक कैसे लगा सकते हैं? निम्नलिखित कुछ चरण हैं जो आपको Gmail पर verified होने और पर ब्लू टिक प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।

BIMI सेटअप करें

जीमेल पर ब्लू टिक प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आपको अपनी ईमेल-आईडी की BIMI सेट करनी होगी। मूल रूप से, यह एक ईमेल प्रमाणीकरण मानक है जो खाता धारकों को उनके द्वारा भेजे जाने वाले ईमेल संदेशों में अपना logo दिखाने की सुविधा देता है। हालांकि BIMI को सेटअप करना एक लंबी और तकनीकी प्रक्रिया है। लेकिन, आप कुछ बुनियादी चरणों का पालन करके अपने जीमेल की BIMI को setup करने का प्रयास कर सकते हैं:

  • सबसे पहले, BIMI अधिकृत मार्किंग अथॉरिटी की मदद से वेरिफाइड मार्क सर्टिफिकेट (VMC) बनाएं।
  • VMC बनाने के बाद मिले डाटा से अपने डोमेन के DNS रिकॉर्ड्स में एक नया TXT रिकॉर्ड जोड़ना होगा।
  • इसके बाद पुष्टि करें कि डीएनएस रिकॉर्ड ठीक से जोड़ा किया गया है।
  • अंततः अपने ईमेल सेवा प्रदाता से अनुरोध करें कि आपके डोमेन के लिए BIMI को enable करें।

एक बार BIMI enable हो जाने के बाद आपकी कंपनी का logo आपके emails में दिखाई देने लगेगा।

जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, BIMI को setup करने की यह एक लंबी प्रक्रिया है। यदि आप इन चरणों का पालन करने के बाद भी इसे सेट अप नहीं कर पा रहे हैं, तो आप Google support page पर जाकर विस्तार से पूरी प्रक्रिया को समझ सकते हैं।

DMARC सेटअप करें

DMARC (Domain-based Message Authentication, Reporting, and Conformance) को set up करना जीमेल पर blue tick प्राप्त करने का दूसरा चरण है। BIMI की तरह, यह भी एक ईमेल प्रमाणीकरण मानक है जो ईमेल फ़िशिंग और स्पूफिंग हमलों को रोकने में मदद करता है। आप DMARC setup करने के लिए आप इस Google support page पर जाकर दिए गए steps को follow कर सकते हैं।

अंतिम चरण

BIMI और DMARC को सेटअप करने के बाद आपको कुछ आखिरी पॉइंट चेक करने होंगे जो Gmail पर Blue Tick लाने में अहम भूमिका निभाते हैं। वे बिंदु हैं:

  • BIMI को सेटअप करते समय आपने जो logo सबमिट किया है, उसे DigiCert या Entrust जैसी सुरक्षा कंपनियों द्वारा जारी किया जाना है।
  • आपका आईडी logo VMC (वेरिफाइड मार्क सर्टिफिकेट) के साथ verified होना चाहिए।

इसमें कोई संदेह नहीं है कि सभी emails प्राप्त करने वालों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा क्योंकि जीमेल प्रोफाइल पर ब्लू टिक स्पैम या फ़िशिंग ईमेल की पहचान करने के लिए एक और सुरक्षा परत बनाएगा।

रिसीवर्स के साथ-साथ जीमेल में ब्लू टिक सेंडर्स के लिए भी मददगार होगा। जीमेल प्रोफाइल पर यह ब्लू टिक senders के mails को receivers तक पहुंचने की संभावना को बढ़ा देगा क्योंकि चेकमार्क वाले इमेल्स को यूजर्स विश्वास के साथ बिना डरे खोलेंगे और react भी करेंगे।

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